Thursday, 27 July 2017

Kahani adhuri hi sahi... Ishq mukammal hai!!

Bikes, leather/jeans jackets, check shirts, shoes, एक हाथ में steel का कड़ा, collage में हर हफ्ते किसी न किसी से पंगा या किसी lecturer से Argument! शायद ही किसी लड़की से दोस्ती, लेकिन एक दोस्त जिसकी दोस्ती माँ-बाप के रिश्ते से भी ज्यादा गहरी!

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उपर लिखी हुई बातों से अंदाजा लगाना मुश्किल हैं की यहाँ किसी लड़के की नहीं, लड़की की बात हो रहीं हैं!😯 एक लड़की... ज्यादा किसी से लेना देना न रखने वाली... जरा मर्दाना लहजे मे बात करने वाली! दिल मे कुछ राज दफन करके अपनी ही दुनिया में खोकर रहने वाली!!

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लेकिन इन सब के बीच में कोई एक था जो उसे जान से भी ज्यादा प्यारा था! एक ऐसा दोस्त, जो इस से दो साल senior, लेकिन अब इसका classmate कहलाने वाला!😑 जो मनमौजी था! बाग़ी था! जिंदगी और मौत की परवाह न करते हुए तेज रफ्तार से bike भगाने वाला! हर आती जाती लड़की से flirt करने वाला, Restaurant के owner से ले के Restaurant के waiter तक जी जान वाली दोस्ती रखने वाला! गरीब cancer patients के लिए अपनी जेब से donation देने वाला लेकिन खुद दिन में 10-12 cigarette फूँकने वाला!😑

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वैसे तो वो अक्सर कहता था
मेरी माँ, लड़की की तरह रहा कर! कुछ नजाकत, कुछ शर्म-ओ-हया सीख ले! लड़की की तरह कपड़े पहन लिया कर! ज्यादा नहीं, पर थोड़ा बहुत मेक अप कर लिया कर!
कह तो देता था! फिर न जाने क्यूँ, collage छूटने के बाद कहता था, चल तेरी Activa मुझे दे दे! मेरी pulsar तू चला ले!
और लड़की कहती थी, बस!!! साले तेरी यही बात तो मेरे समझ में नहीं आती! तेरे दिल में कुछ और चलता हैं, तेरी जुबान पे कुछ और होता हैं! आखिर चीज क्या हैं बे तू??
और लडका हमेशा की तरह कहता था! कितनी बार कहा हैं! इतना दिमाग मत लगाया कर! तेरे घुटने दर्द करेंगे!😂

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वो अलग था! वो सबसे अलग था! कुछ राज तो उसके भी थे! खैर...

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2 साल होगए! वो शहर छोड़कर! उसे छोड़कर!

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आज भी अगर किसी से अनबन हो जाती हैं, तो वो दिन याद आते हैं! उसका किसी से झगड़ा होता था, तो सामने वाले का मुँह तूट जाता था! लेकिन लड़की की किसी से लड़ाई हो, तो लड़का हाथ पैर जोड़ के सामने वाले से कहता था, जाने दे ना भाई! माफ करदे!

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हर आती जाती लड़की से flirt करने वाला लेकिन इस लड़की की सच्ची care करने वाला!
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वो आखिरी दिन था! दोनों जानते थे! आज के बाद कोई किसी से नहीं मिलेगा! अगले दिन, सुबह station पे मिलना तय हुआ था! पूरी रात रो कर, अगली सुबह station पर लड़की इंतजार कर रही थी! बार बार घड़ी की तरफ देख रही थी! दिल ही दिल में उसे गालिया भी दे रही थी! Train का वक्त हो चूका था! ये इसका फोन क्यूँ नहीं लग रहा? Train आती ही होगी! उतने में पीछे से एक 9-10 साल का बच्चा आया! और लड़की के हाथ मे एक लेटर थमा गया! लेटर के उपर लिखा था! इसे plz घर जाकर पढ़ना! लड़की समझ चुकी थी! वो नहीं आएगा! Train भी platform पर आ चूकी थी!

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आज भी वो लेटर संभालके रखा हैं! उसने लिखा था, अगर तू मेरी होती तो कसम से दुनिया की परवाह न करते हुए मेरी जगह तू घोडी पे बैठकर मेरे दरवाजे पर बारात ले आती! पूरी जिंदगी भर तू bike चलाती और मैं तेरे पीछे बैठता! लेकिन अब तुझे बदलना होगा! लोगों से मिलना होगा! न चाहते हुए भी 4 लोगों में बैठकर हसना होगा! मैंने तुझे कभी नहीं पुंछा की तेरे दिल में आखिर ऐसी कौनसी बातें हैं, ना तूने मुझे कभी पुंछा! लेकिन सब भूलकर तुझे बदलना होगा! आगे बढ़ना होगा! जिंदगी बहुत लंबी हैं, और ये किसी के आगे नहीं झुकती! हमें ही जिंदगी से समझौता करना पड़ता हैं! मेरी जान, plz अपने आप को बदल! जिंदगी को जीना सीख! Take Care!

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किसी और के लिए ना सही,उसके लिये ही सही! अब लड़की वाकई बदल गईं हैं ! कहीं कुछ अनबन होने की गुंजाइश भी हो तो sorry कहना सीख गईं है!☺ Gym में dumbbell उठाने वाले हाथ, अब बेलन चलाना सीख गए हैं☺ अबे, ओय की जगह बातों में तहजीब आ गईं हैं☺ सुबह 4 बजे WWE की Live match देखने के लिए उठने की बजाय, अब देर रात तक मीर तकी मीर की शायरी पढ़ी जाती हैं☺ सोते वक्त भी अक्सर चश्मा वैसे के वैसा रह जाने वाली आँखों पर अब काजल और mascara लगाएँ बीना कोई selfie नहीं ली जाती, इसी उम्मीद में की शायद किसी गुमनाम Facebook ID से आज भी उसे वो देखता हो!☺ सब का कुछ न कुछ अतिथ होता हैं! कोई उसे भूल जाता हैं, तो कोई उससे बाहर नहीं आ पाता! collage के उन कुछ सालों ने लड़की को फिर से जीना सीखा दिया था!☺ हसना सीखा दिया था! ☺ सब की अपनी मजबूरी होती हैं! वो कहाँ हैं, क्या करता हैं ये उसने भी कभी जानने की कोशिश नहीं की!  शायद वो भी समझ चूकी थी, ये कहानी भले ही अधूरी हो, इश्क मुकम्मल हैं☺

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