Thursday, 5 March 2015

बारिश...♡♡♡

बड़ा गुरूर था उस गुलाब को अपनी खुशबू पर... की जबसे बरस गईं है कुछ बारिश की बुंदे, ये सुखी मिट्टी भी  फिरसे महक उठी है....
- अनामिका

No comments:

Post a Comment