Tuesday, 23 December 2014

मोहब्बत.........

जरूरत में वो आती है बस मीलती है ईक जख्म की तरह
सीनेसे उसे लगाता हूँ, सोचता उसे मरहम की तरह।

उसे मुझसे मोहब्बत है या मैं उसका हमदर्द हूँ?
जहन में बस वो रहती है ईक वहम की तरह।

मन मे आए तो बोलती है, वर्ना चूप चूप सी रहती है
पल भर मे वो बदलती है कीसी मौसम की तरह।

ईक मै ही नही आंशिक उसका, और भी कोई होगा
कभी मुझे वो लगती है उस झेलम की तरह।

दुखता है दील पर कंबख्त बाज नही आता
सहता उसे मैं रहता हूँ, कीसी जुर्म की तरह।

- अनामिका
झेलम is a name of river which flows in India as well as
in pakistan.

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